गुदाभ्रंश लाइलाज नहीं! Rectum Collapse or Rectal Prolapse is not Incurable!

 

गुदाभ्रंश लाइलाज नहीं!
Rectum Collapse or Rectal Prolapse is not incurable!

गुदाभ्रंश क्या है? (What is Rectum Collapse?)

मलत्याग के समय गुदाद्वारा बाहर निकलने को आम बोलचाल में कांच निकलना बोला जाता है। इसे ही चिकित्सकीय भाषा में गुदाभ्रंश या Rectum Collapse कहा जाता है। य​ह तकलीफ छोटे बच्चों, किशोरों, युवकों, वयस्कों और वृद्धों सहित सभी उम्र के स्त्री-पुरुषों को होती देखी जा सकती है।

गुदाभ्रंश क्यों? (Why the Rectum Collapse?)

वंशानुगत कारणों से या लम्बे समय तक पाचन तंत्र की गड़बड़ी (Digestive System Disorder), सूखे मल को त्यागते समय जोर/ताकत लगाने, पेचिश (Dysentery) आदि की वजह से गुदाद्वार से चिकना पदार्थ/झिल्ली/आंव जैसा पदार्थ निकलने के साथ गुदा क्षेत्र के तंत्रिकातंत्र की मांसपेशियों के कमजोर हो जाने के कारण गुदाद्वार (Anus) बाहर निकलने लगता है।

गुदाभ्रंश की अनदेखी का दुष्परिणाम फिशर (Bad Effects of Ignoring Rectum Collapse is Fistula/Fissure):

जब गुदाद्वार बार-बार बाहर निकलता है तो गुदा में सूजन और संक्रमण होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। शर्म और संकोच के कारण अधिकतर लोग इस तकलीफ को लम्बे समय तक किसी को नहीं बताते हैं। शर्म-संकोच ऐसी तकलीफों को बढाने और दुष्कर (Incurable) बनाने में सहायक होते हैं। यही नहीं, इन हालातों में गुदाद्वार में फिशर-भगन्दर-नासूर-फिश्चुला (Fissure/Fistula) भी हो सकता है। स्त्रियों में योनिभ्रंश (Colpoptosis/Elytroptosis/Uterus Collapse) की तकलीफ भी छिपाने के कारण ही बढती है। अत: गुदाभ्रंश या योनिभ्रंश की तकलीफों को छिपायें नहीं, बल्कि तुरंत नजदीकतम डॉक्टर को दिखायें और नियमित रूप से ठीक होने तक इलाज करवायें।

गुदाभ्रंश का एलोपैथिक​ उपचार (Allopathic Treatment of Rectum Collapse):

तकनीकी तौर पर आधुनिक चिकित्सा पद्धति अर्थात् एलोपैथी का मुझे ज्ञान नहीं है। अत: मुझे यह कहने का कोई हक नहीं होगा है कि गुदाभ्रंश का ऐलोपैथी में उपचार नहीं है। हां यह बात सच है कि गुदाभ्रंश की तकलीफ से पीड़ित अधिकतर रोगी मुझे यही कहते हैं कि उन्होंने वर्षों तक एलोपैथिक उपचार करवाया, लेकिन वे ठीक नहीं हुए और अंत में उन्हें ऐलोपैथिक डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन की सलाह दी गयी। यह भी एक कड़वा सच है कि ऑपरेशन के डर से भी अनेक रोगी होम्योपैथ एवं आयुर्वेद के डॉक्टरों से सम्पर्क करते हैं।

गुदाभ्रंश का ऑपरेशन पहला नहीं, बल्कि अंतिम विकल्प (Operation not the first, but the last option):

मेरा ऐसा मानना है कि किसी सर्जन डॉक्टर द्वारा गुदाभ्रंश के ऑपरेशन की सलाह देने पर भी ऑपरेशन करवाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिये। एक से अधिक डॉक्टर्स से सलाह करें। अन्य चिकित्सा पद्धति के किन्हीं वरिष्ठ डॉक्टर्स से सलाह करें। जब सभी सभी डॉक्टर्स के द्वारा गुदाभ्रंश की तकलीफ का निदान संभव नहीं हो पाये और सभी जगह से निराशा मिले फिर ऑपरेशन को प्रथम नहीं, बल्कि अंतिम विकल्प (Operation not the first, but the last option) के रूप में ही चुनें।

गुदाभ्रंश का इलाज संभव है (Rectum Collapse is Curable):

  • 1. मुझे सबसे पहले यह बताना है कि जब तक कोई भी रोगी दिल से यह बात नहीं स्वीकारेगा कि गुदाभ्रंश का इलाज संभव है (Rectum Collapse is Curable), तब तक उसका इलाज लगभग असंभव है।
  • 2. पाचन क्रिया को दुरुस्त रखें: दूसरी बात खानपीन पर ध्यान रखें और अपनी पाचन क्रिया को दुरुस्त रखें। मेरा अपना अनुभव है कि जब तक आप अपना हाजमा (Digestion) ठीक नहीं करेंगे, गुदाभ्रंश और बवासीर जैसी पीड़ाओं से मुक्ति असम्भव है? पाचन क्रिया में होने वाली गड़बड़ी की बिलकुल भी अनदेखी नहीं करें। क्योंकि इस संसार में स्वास्थ्य से बढकर महत्वूपर्ण कुछ भी नहीं है। इसके बावजूद भी हमारे देश में केवल गरीब और अशिक्षित ही नहीं, बल्कि अनेक उच्च शिक्षित लोग भी स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होते हैं।
  • 3. ऑपरेशन की जल्दबाजी नहीं: गुदाद्वार या प्रजनन अंगों से जुड़ी किसी भी तकलीफ में ऑपरेशन करवाने की जल्दबाजी नहीं करें। ऑपरेशन का निर्णय लेने से पहले 100 बार सोचें। दूसरे-तीसरे डॉक्टर्स की राय लें।
  • 4. मेरा अनुभव है कि गुदाभ्रंश की तकलीफ के कारण हजारों-लाखों ही नहीं, करोड़ों लोग हर दिन असहनीय पीड़ा झेलने को विवश हैं। जबकि लाइलाज (Incurable) समझी जाने वाले गुदाभ्रंश (Rectum Collapse) की पीड़ा से बिना ऑपरेशन मुक्ति सम्भव है।
  • 5. हमारे द्वारा ताजा देशी ऑर्गेनिक (Organic) जड़ी-बूटियों और दुष्प्रभाव रहित जर्मन होम्योपैथक एवं बॉयोकैमिक चिकित्सा पद्धति की दवाइयों से गुदाभ्रंश का लम्बे समय से सफलतापूर्वक उपचार किया जाता रहा है। सफलता की दर 80% से भी अधिक है। जिसके परिणामस्वरूप अनेकानेक रोगी हर दिन स्वस्थ होकर, सामान्य जीवन जी रहे हैं।
  • 6. ऑर्गेनिक (Organic) देशी जड़ी बूटियों के बारे में पूर्वजों से प्राप्त अनमोल ज्ञान तथा दुष्प्रभाव रहित होम्योपैथिक एवं बॉयोकैमिक जर्मन दवाईयों के सतत अध्ययन, शोधन, परीक्षण और उपचार के दौरान हमने अनेक अनुभव सिद्ध उपयोगी नुस्खे तैयार किये हैं। जो बेशक कुछ गरीब या कंजूस लोगों को महंगे लग सकते हैं, लेकिन इन नुस्खों से हजारों रोगियों की “लाइलाज समझी जाने वाली” अनेक तकलीफों से मुक्ति मिल चुकी है और चुनौतीपूर्ण मानव सेवा का यह क्रम हमारी वेब साइट स्वास्थ्य रक्षक सखा (website: https://www.healthcarefriend.in) के जरिये हर दिन देशभर में जारी है। लेकिन ‘तुरन्त, गारण्टेड और शर्तिया इलाज’ चाहने वाले हमें माफ करें।

*लेखन: 06.05.2018, संपादन: 28.03.2019*

*नोट: यह पोस्ट मेरी ओर से मेरे से सीधे जुड़े लोगों को वाट्सएप ब्रॉड कास्ट सिस्टम के जरिये भेजी जा रही है। नियमित हेल्थ बुलेटिन प्राप्ति हेतु मेरे वाट्सएप नम्बर: 9875066111 पर अपना नाम, पता लिखकर भेज सकते हैं।*

डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा
संस्थापक: निरोगधाम (लाइलाज का इलाज), होम्योपैथ एवं परम्परागत चिकित्सक!
*Online Dr. P. L. Meena: Health Care Friend and Marital Dispute Consultant (स्वास्थ्य रक्षक सखा एवं दाम्पत्य विवाद सलाहकार), Mobile & WhatsApp No.: 8561955619 Between 10 AM to 10 PM* website: https://www.healthcarefriend.in/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *