बवासीर का होम्योपैथिक इलाज-1

 

बवासीर का होम्योपैथिक इलाज-1

पेशेंट को कब्जी रहती है। मलद्वार में चुभन सी महसूस होती है। कब्जी की समस्या रहने के साथ ही लीवर और औरतों के गर्भाशय की ऊपरी झिल्ली निष्क्रिय (अपना कार्य ठीक प्रकार से न करना) हो जाती है। मलद्वार में सिकुड़न होती है तथा सुई गड़ने जैसा दर्द होता है। दस्त होने के साथ ही मल के साथ छोटे-छोटे सफेद कण भी आते हैं, हरे रंग का पदार्थ भी आने लगता है। इस प्रकार के लक्षणों में से यदि कोई भी लक्षण किसी व्यक्ति को हो तो उसको होम्योपैथी की मेजीरियम नामक दवाई का सेवन करना चाहिये।

नोट: उक्त दवाई व्यक्ति विशेष के लिये किस शक्ति में और कितने समय तक सेवन करनी होगी, इसका निर्धारण अपने होम्योपैथ डॉक्टर की सलाह से करने के बाद किसी प्रतिष्ठित होम्योपैथिक मैडीकल स्टोर से इसे इसे खरीद सकते हैं।

जोहार। आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा, WA No.: 85-619-55-619 होम्योपैथ, काउंसलर, मोटीवेटर, जड़ी बूटी उपचारक एवं संचालक निरोगधाम, जयपुर, राजस्थान। 15.09.2021.

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