गलती की कीमत चुकानी ही पड़ती है

गलती की कीमत चुकानी ही पड़ती है

यदि हम अपराध नहीं करें। शांति से रहें और लड़ाई झगड़े नहीं करें तो आपराधिक कानून, पुलिस, कोर्ट, वकील और कारागृहों का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। इसके विपरीत हम लड़ते और झगड़ते रहे तो इन सबका अस्तित्व तो ​होगा ही, साथ ही इनके संचालन के लिये सरकार को कर/टेक्स भी चुकाना होगा और कानून के शिकंजे में फंसने पर कोर्ट फीस, वकील का मेहनताना और अनेक बार रिश्वत भी अदा करनी करनी पड़ सकती है। यही नहीं अपमान झेलने के साथ-साथ पुलिस के डंडे भी खाने पड़ सकते हैं।

इसी प्रकार बीमारी पैदा करने वाली आदतों के गुलाम होने पर डॉक्टरों, अस्पतालों और दवाइयों की जरूरत पड़ती है। जिनके संचालन हेतु हम टेक्स अदा करते हैं और डॉक्टरों तथा दवाइयों पर अपनी आय का बड़ा हिस्सा खर्च करते हैं। अनेक बार भारी कीमत चुकान पर भी स्वास्थ्य ठीक नहीं होता है। अत: उपचार से बेहतर है कि बीमारी ही नहीं होने दें। अन्यथा कीमत तो चुकानी ही होगी। हम गलती करके कीमत चुकाने से बच नहीं सकते। बल्कि जितनी गलती करते हैं, उससे कई गुनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है।

*आपका शुभचिंतक*
*आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा*
आदिवासी जड़ी-बूटियों, होम्योपैथिक और बायोकेमिक दवाइयों का परम्परागत उपचारक तथा दाम्पत्य+वैवााहिक विवाद एवं यौन समस्या समाधान काउंसलर। निरोगधाम, जयपुर, राजस्थान। *8561955619 वाट्सएप करें और जरूरी होने पर 10 बजे से 18 बजे के बीच काल करें। Only Online Services. No Clinical or OPD Services.* 18.02.2020
हेल्थ सम्बन्धी अधिक अधिक जानकारियों हेतु आपका मेरी हेल्थ वेब साइट: https://www.healthcarefriend.in और फेसबुक हेल्थ ग्रुप https://www.facebook.com/groups/healthcarebyadiwasitau पर स्वागत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *