पुरुषों की यौन समस्याओं का इलाज एवं समाधान Treatment and Solution of Men’s Sexual Problems


पुरुषों की यौन समस्याओं का इलाज एवं समाधान

Treatment and Solution of Men’s Sexual Problems

Note: हस्तमैथुन, शीघ्रपतन, धातुरोग, स्वप्नदोष, यौन उत्तजना में कमी, लिंग का ढीलापन, सेक्स में असफलता का डर, स्वत: वीर्यपात आदि यौन समस्याओं से मुक्ति हेतु इम्यूनिटी पावर बढाना, हेल्दी डाइजेशन सिस्टम तथा दिमांगी उलझनों का समाधान हेतु काउंसलिंग पहली अनिवार्य शर्त है।

01. वर्तमान में युवकों, प्रौढों और 60+ के पुरुषों तक को हस्तमैथुन, शीघ्रपतन, धातुरोग, स्वप्नदोष, यौन उत्तजना में कमी, लिंग का ढीलापन, सेक्स में असफलता का डर, स्वत: वीर्यपात आदि यौन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिनका उचित समाधान नहीं मिलने के अनेक कारण हो सकते हैं। मेरी राय में निम्न तीन प्रमुख कारण हैं:-

(1) सेक्स शिक्षा की कमी और सेक्स पर खुलकर बात करने को गंदा मानना।
(2) सेक्स और सेक्स समस्याओं के बारे में खुलकर बात करने में शर्म-संकोच।
(3) सेक्स समस्याओं के समाधान में दक्ष उपचारकों तक पेशेंट की पहुंच नहीं।

02. उपरोक्त के अलावा हस्तमैथुन, शीघ्रपतन, धातुरोग, स्वप्नदोष, यौन उत्तजना में कमी, लिंग का ढीलापन, सेक्स में असफलता का डर, स्वत: वीर्यपात आदि तकलीफों के लिये व्यवसायिक अश्लील साहित्य तथा इंटरनेट पर उपलब्ध कचरा ज्ञान भी जिम्मेदार है।

एक सर्वे से यह साबित हुआ है कि 10-12 वर्ष के किशोरों से 70 साल के बजुर्ग तक, हर दिन नेट सर्फिंग में 73% अश्लील सामग्री देखते हैं।
शीघ्रपतन होने से पहले, लोगों का मानसिक पतन हो चुका होता है!

03. बहुत से पेशेंट्स की रोगप्रिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी पावर (Immunity Power) कमजोर होती है। जिसके कारण ऐसे पेशेंट्स को अन्य अनेक शारीरिक तकलीफें हो सकती हैं। मगर यहां समझने वाला तथ्य यह भी है कि रोगप्रिरोधक क्षमता यकायक इतनी अधिक कमजोर नहीं हो सकती है। इसके कमजोर होने में वर्षों लगते हैं। जिसके पीछे पेशेंट्स की लापरवाही और अनियमित जीवचर्या बड़े कारण होते हैं। दुर्भाग्य से अनेक लोगों को, कुछ बीमारियां वंशानुगत तौर पर उपहार में मिलती हैं, जिनकी वजह से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अत्यधिक कमजोर होती है या उनकी लापरवाही और अनियमित जीवचर्या के कारण उनकी प्रतिरोधक क्षमता जल्दी ही अत्यधिक कमजोर हो जाती है।

04. शर्म-संकोच और यौन शिक्षा के अभाव के कारण यौन रोगी तत्काल राहत पाने के लिये मजबूरी में जिन दवाइयों का सेवन करते हैं, उनके दुष्प्रभावों यानी साइड इफेक्ट्स (Side Effects) के कारण ऐसे पेशेंट्स का डाइजेशन सिस्टम (Digestive System) यानी पाचन तंत्र खराब हो होता है। जिसके उपचार हेतु ली जाने वाली रेचक दवाइयां पूरे पाचन तंत्र का कबाड़ा कर देती हैं। (Laxative medicines, taken for the treatment of which, ruin the whole digestive system)

05. ऐसे दु:खी और परेशान पेशेंट्स में से कुछ तो यौन उत्तेजक (Sexually Stimultant) अंग्रेजी दवाइयों के लुभावने विज्ञापनों में फंसकर बची-खुची यौन क्षमता (Leftover Sexual Ability) को भी खो देते हैं। मगर पुरुष के जीवन में सेक्स बहुत महत्वपूर्ण, बल्कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषय है। ऐसे में कोई भी पुरुष असानी से खुद को नामर्द (Impotent) मानने को सहमत नहीं हो पाता है। इस कारण वह जहां-तहां, वैद्य, हकीमों, सन्यासियों और यौन शक्तिवर्धक दवा बेचने वाली फार्मेसियों के चक्कर में फंसता रहता है। ऐसे कथित यौन विशेषज्ञ सब कुछ जानते हुए भी, ऐसे पेशेंट्स से रुपये ऐंठते रहते हैं। अनेकों जगह पर लुटते के बावजूद ऐसे अधिकतर पशेंट्स को  निराशा ही मिलती है।

06. कुछ पेशेंट्स यौन क्षमता बढाने हेतु या यौन शक्ति कमजोर हो जाने पर अपने गम मिटाने के लिये विभिन्न प्रकार के नशों का सहारा लेने लगते हैं। जो उनकी यौन शक्ति समाप्ति का अंतिम आत्मघाती प्रयास होता है। (Which is the last suicide attempt to end their sexual power) हकीकत तो यह है कि स्त्री और पुरुष दोनों के यौनांग (Sexual Organs) सर्वाधिक संवेदनशील और महत्वपूर्ण अंग होते हैं। जिनके साथ अप्राकृतिक छेड़छाड़ जैसे हस्तमैथुन या अप्राकृतिक यौन उत्तेजक अंग्रेजी दवाइयों का सेवन या विभिन्न प्रकार के नशों का सेवन, यौनांगों की स्वाभाविक संवेदनशीलता तथा उत्तेजक शक्ति को कम या नष्ट कर सकते हैं। अत: जो भी युवा या पुरुष ऐसा करते हैं, उन्हें तुरंत इनसे मुक्त होने की जरूरत है।

07. मैंने देखा है कि बिना सोचे-विचारे कामवासना के आवेग में लम्बे समय तक हस्तमैथुन करने या अधिक सेक्स करने हेतु अंग्रेजी यौन उत्तेजक दवाइयों या नशे का सेवन करने वाले अधिसंख्य युवा और पुरुष जीवनभर पछताते हैं और शर्मसार होकर अपनी पत्नी या प्रेमिका से आंख नहीं मिला पाते हैं। नासमझी में की गयी गलतियों की कीमत अपने धन, स्वास्थ्य और पौरुष को गंवाकर चुकाते हैं। (They pay the price of mistakes made in their senselessness by losing their wealth, health and sex power) कुछ तो ताउम्र नर्कमय जीवन जीने को विवश हो जाते हैं। पत्नियों द्वारा अपमानित होने पर कुछ कमजोर मानसिकता के लोग अपमान, निराशा, ग्लानि और हीन भावना के कारण आत्मघाती प्रवृत्ति के शिकार हो जाते हैं। जो हमेशा घुटते रहते हैं।

08. सबसे दु:खद तो यह है कि इस सबके बाद भी ऐसे पेशेंट्स द्वारा अज्ञानतावश उम्मीद की जाती है कि देशी जड़ी बूटियों या होम्योपैथिक दवाइयों से कोई चमत्कार हो जाता होगा और वे बहुत जल्दी ठीक हो जायेंगे। इसी मानसिकता के चलते वे लगातार एक के बाद एक डॉक्टर तथा वैद्यों को बदलते रहते हैं। इस कारण जहां ऐसे पेशेंट्स के धन की बर्बादी और स्वास्थ्य की दुर्दशा होती जाती है, वहीं उनका रोग भी लगातार बढकर गंभीर होता जाता है। जिसकी वजह से शरीर में अनेक प्रकार के दूसरे शारीरिक उपद्रव खड़े होने लगते हैं। जिनमें स्मरण शक्ति की कमजोरी, चर्म रोग, अनिद्रा, दृष्टि दोष, अवसाद, ब्लड प्रेशर आदि प्रमुख हैं। (In which weakness of memory, skin diseases, insomnia, vision impairment, depression, blood pressure etc. are prominent)

09. इन विकट हालातों का सामना कर रहे जो रोगी किसी तरीके से मेरे सम्पर्क में आते हैं, उनमें से भी अधिकतर मुझ से भी झटपट तथा गारंटेड इलाज की उम्मीद करते हैं, जो लगभग असंभव होता है। क्योंकि सबसे पहले तो मुझे ऐसे पेशेंट्स का बिगड़ा हुआ डाइजेशन सिस्टम ठीक करना होता है। ताकि उन्हें मेरी ओर से जो महत्वपूर्ण ऑर्गेनिक देसी जड़ी बूटियां सेवन करायी जावें, वे उसके शरीर में जाकर ठीक से डाइजेस्ट हो (पच) सकें। ताकि इन जड़ी बूटियों में अंतर्निहित गुणों से पेशेंट के शरीर के लिये जरूरी रस, रक्त, वीर्य, विटामिंस, प्रोटींस, मिनरल्स आदि का निर्माण हो सके। इसके साथ-साथ रोगी की इम्यूनिटी पावर यानी रोगों से लड़ने की ताकत भी प्राकृतिक रीति से इस प्रकार से बढाई जाती है कि वह आगे भी निरंतर बनी रहे। इस प्रकिया में महीनों, बल्कि कुछ मामलों में सालों का समय भी लग सकता है।

10. इन गंभीर हालातों में सबसे बड़ी समस्या तो यह होती है कि पेशेंट्स को यह विश्वास दिलाना होता है कि वे अपनी यौन क्षमता फिर से हासिल कर सकते हैं। जिसके लिये पेशेंट्स की घंटों काउंसलिंग (Counseling) (समझाइश) की जरूरत होती है। मगर काउंसलिंग मुफ्त नहीं होती, बल्कि काउंसलिंग की पेशेंट को कीमत अदा करनी पड़ती है। दुर्भाग्य से यौन शिक्षा के महत्व से अनजान अधिकतर पेशेंट अपनी यौन कमजोरी का केवल शारीरिक उपचार चाहते हैं। जिसके लिये महंगी दवाइयों पर कितना भी रुपया खर्च करने को तैयार हो जाते हैं। मगर मैं सभी यौन पेशेंट्स को शुरूआत में ही यह समझाना जरूरी समझता हूं कि

‘सेक्स रूपी खेल दो टांगों के मध्य स्थिति यौनांगों (Sexual Organs) से तब ही सफलतापूर्वक खेला जा सकता है, जबकि दो कानों के मध्य स्थित दिमाग स्वस्थ (Healthy Brain) होगा और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है। (A healthy mind resides in a healthy body)

अत: यौन समस्याओं के सकारात्मक+प्राकृतिक समाधान तथा यौन क्षमताओं को दीर्घकालीन तक बनाये रखने हेतु जहां एक ओर ऐसे रोगियों के डाइजेशन सिस्टम और इम्यूनिटी पावर को मजबूत तथा स्वस्थ बनाना प्रथम जरूरत होती है, वहीं उनके दिमाग से सेक्स सम्बन्धी अज्ञान या कचरा ज्ञान या सेक्स फोबिया यानी सफलतापूर्वक सेक्स नहीं कर पाने के डर को भी निकालना होता है। जिसके लिये उनकी काउंसलिंग बहुत जरूरी (Counseling is very important), बल्कि अनिवार्य होती है। अत: यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि अधिकतर ऐसे रोगियों को यौन उत्तेजक या यौन शक्तिवर्धक इवाइयों की कम और काउंसलिंग की अधिक जरूरत होती है। (Hence, it would not be an exaggeration to say that most such patients less require of sexually stimulating drugs and required more counseling)

अब भी मौका है, अंधेरे का करो, कोई इलाज,
वर्ना यह नस्लें, उजाले के लिए तरस जायेंगी।

11. सबसे दु:खद पहलु तो यह है कि ऐसे अधिकतर पेशेंट्स में धैर्य का अभाव देखा जाता है। उनकी इसी कमी के कारण उन्हें कुछ चालाक लोग लूटते रहते हैं। बल्कि अनेक कथित सेक्स उपचारकों का व्यवसाय भी ऐसे ही रोगियों के कारण चल रहा है। मगर ऐसे पेशेंट्स की तुरंत एवं गारंटेड इलाज शुरू करने की जिद पूरी नहीं कर पाने के कारण मुझ से उपचार हेतु सम्पर्क करने वाले 10 पेशेंट्स में से मुश्किल से, मैं 2 पेशेंट्स के ही केस ले पाता हूं इसका सुखद परिणाम यह होता है कि जो पेशेंट मुझ से काउंसलिंग एवं लगातार दवाइयां लेते हैं, उनके स्वस्थ होने की दर 90 फीसदी से अधिक है। शेष पेशेंट्स को लम्बे समय तक पोषक तत्वों तथा जड़ी बूटियों का नियमित सेवन करना पड़ सकता है। यहां पर यह और जोड़ना चाहूंगा कि अपने यौन जीवन को तरोताजा बनाये रखने के इच्छुक 50 (+) आयु वर्ग के सभी पुरुषों को दुष्प्रभाव रहित पोषक तत्वों और जड़ी बूटियों का नियमित सेवन करते रहना चाहिये।

12. संभव है कि यौन समस्याओं से मुक्ति का किन्हीं अन्य अधिक जानकार और अनुभवी वैद्यों तथा उपचारकों के पास मुझ से अधिक सुगम मार्ग हो? मेरे अनुभव में काउंसलिंग करने तथा डाइजेशन सिस्टम और इम्यूनिटी पावर को बढाये बिना इस प्रकार की समस्याओं का प्राकृतिक रीति से सकारात्मक समाधान संभव नहीं है। जिन्हें मेरे तरीके पर विश्वास और आस्था होती है, मैं उनकी सेवा करता हूं और खुशी की बात है कि उन्हें कुछ महीनों में सकारात्मक परिणाम भी मिलते लगते हैं।

उपरोक्त समस्त विवरण को पढने या जानने-समझने के बाद जो पेशेंट मुझ से उपचार लेने को उत्साहित हों, उन्हें इस लेख के जरिये सार्वजनिक रूप से स्पष्ट संदेश दिया जा रहा है कि-

मेरा न तो कोई अस्पताल या क्लीनिक है और न ही मेरा कोई सहायक है।
दूसरी ओर पेशेंट्स की संख्या लगातार बढती ही जा रही है।
इस कारण मेरे यहां पेशेंट्स की 1 से डेढ महीना की वेटिंग लिस्ट हमेशा पेंडिग रहती है।

जो पेशेंट मेरी कड़वी, किंतु वास्तविक बातों को समझ और स्वीकार करने के साथ-साथ धैर्यपूर्वक इंतजार करने और मुझ से उपरोक्तानुसार उपचार करवाने के लिये सहमत हो जाते हैं। उनका मेरे हेल्थकेयर वाट्सएप नं.: 8561955619 (Call Between 10 to 18 hrs. only) पर स्वागत है। ऐसे पेशेंट्स को स्वस्थ करने की मैं सम्पूर्ण कोशिश करता हूं। यद्यपि परिणाम तो प्रकृति (जिसे अधिकतर लोग ईश्वर मानते हैं) पर ही निर्भर करते हैं। उपचार लेने की शुरूआत करने से पहले जानें-

1. मैं पेशेंट को उपचार प्रक्रिया की सारी बातें मेरे हेल्थकेयर वाट्सएप 8561955619 पर लिखित में क्लीयर कर देता हूं।
2. सारी बातों को जानने, समझने और सहमत होने के बाद, पेशेंट को दो महीना के अनुमानित चार्जेज बैंक खाते में अग्रिम/एडवांश जमा करवाने होते हैं।
3. इसके बाद पेशेंट के लक्षणों और बीमारी के बार में पेशेंट से कम से कम 30-40 मिनट मो. पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करता हूं।
4. पेशेंट के लक्षणों और उसकी सभी तकलीफों के विवरण के आधार पर प्रत्येक पेशेंट का विश्लेषण करके, पेशेंट के लिये वांछित ऑर्गेनिक देसी जड़ी-बूटियों तथा होम्योपैथिक व बायोकेमिक दवाइयों की सूची बना करके, दवाइयों का कुल अंतिम मूल्य निर्धारण किया है।
5. अंतिम मूल्य निर्धारण के बाद यदि कोई बकाया राशि पेशेंट से लेनी हो तो उसके बारे में पेशेंट को वाट्एसप पर सूचित किया जाता है। शेष राशि जमा करने के बाद, पेशेंट को उसके बताये पत्राचार के पते पर भारतीय डाक सेवा से रजिस्टर्ड पार्सल के जरिये दवाइयां भिजवादी जाती हैं।
6. पेशेंट को हर 7 दिन में अपनी हेल्थ रिपोर्ट मेरे हेल्थकेयर वाट्सएप पर भेजनी होती है।
7. 40 दिन की दवाइयों का सेवन करने के बाद पेशेंट को हमसे बात करनी होती है और आगे दवाइयां जारी रख्ना जरूरी होने पर 20 दिन एडवांश आगे की दवाई का मूल्य जमा करना होता है। जिससे दवाई सेवन में बीच में गैप/अंतरल नहीं होने पाये।


अंत में, मैं सभी पुरुषों को बहुत आसान और सरल सी बात समझाना चाहता हूं।

>>>>>> सभी पुरुषों को समझना चाहिये कि-

  1. अन्य किसी भी प्रकार के आलतू-फालतू के शौक पालने से पहले अपने स्वास्थ्य तथा पौरुष की रक्षा के महत्व को समझना सीखें।
  2. पुरुषों को समझना होगा कि महंगे वाहन, आकर्षक कपड़े, आलीशान मकान और करोड़ों का बैंक बैलेंस भी कोई मायने नहीं रखते, यदि उन्होंने अपना स्वास्थ्य खो दिया। विशेषकर यदि पुरुषों की पौरुष शक्ति कमजोर हो चुकी है, तो उनका जीवन निरर्थक है।
  3. इसलिये यदि पुरुषों को पूर्ण आयु तक सम्पूर्णता से जिंदादिल जिंदगी जीनी है तो उन्हें खाली पेट चाय, कॉफी, धूम्रपान, गुटखा, शराब आदि सभी प्रकार के नशे की लतों को तुरंत त्याग देना चाहिये और इनके बजाय उत्साहवर्धक साहित्य खरीद कर पढने, पौष्टिक खाद्य व पेय पदार्थों और आरोग्यकारी, पुष्टिकारक तथा बलवर्धक औषधियों का सेवन करने पर अपनी कमाई का कुछ हिस्सा उदारतापूर्वक खर्च करते रहना चाहिए।
  4. इससे पुरुषों को अपने जीवन में ग्लानि, दुर्बलता, धातुक्षय, शुक्र हीनता, स्मरण शक्ति का लोप आदि की शिकायतें कभी नहीं होती। केवल इतना ही नहीं, बल्कि ऐसे पुरुषों को शयनकक्ष में अपनी पत्नी के समक्ष शर्मसार नहीं होना पड़ता।
  5. क्योंकि उत्साहवर्धक साहित्य को पढने, पौष्टिक खाद्य व पेय पदार्थों और आरोग्यकारी, पुष्टिकारक तथा बलवर्धक औषधियों के नियमित सेवन से वीर्य पुष्ट यानी गाढा होता है। वीर्य में वृद्धि होती है। सेक्स यानी मैथुन क्रिया में स्तम्भन शक्ति यानी समय बढता है और पति-पत्नी दोनों को अपार यौनानंद की प्राप्ति होती है।
  6. जिसके परिणामस्वरूप दाम्पत्य जीवन में, हर क्षण प्यार, अपनत्व, सम्मान, विश्वास और सुख के क्षण उपस्थित होते ही रहते हैं।
  7. कौन मूर्ख पुरुष ऐसा होगा, जो अपने जीवन में यह सब नहीं चाहेगा?

आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा, संचालक निरोगधाम, जयपुर। पराम्परागत उपचारक एवं काउंसलर, हेल्थकेयर वाट्सएप: 8561955619 बात केवल 10 से 18 बजे के मध्य। 22.01.2020, संपादन दिनांक: 22.01.2020.

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