पोषण से भरपूर अंकुरित अनाज

 
पोषण से भरपूर अंकुरित अनाज
 
”यह हेल्थ बुलेटिन केवल उनके लिये है, जिनको स्वास्थ्य के महत्व की समझ है। यदि पढने के बाद उपयोगी लगे को अपने मित्रों, परिचितों और सम्बन्धियों को भी पढवाने हेतु साझा अर्थात शेयर कर सकते हैं।”-डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा संचालक निरोगधाम, जयपुर, राजस्थान हेल्थ वाट्सएप-8561955619
 
 
जानने योग्य पहली बात: अंकुरित अनाज सबसे सस्ता पौष्टिक आहार होता है, इसे आसानी से घर पर तैयार किया जा सकता है। अंकुरित अनाज या स्प्राउट्स में सब्जियों और फलों से कहीं अधिक एंजाइंम्स पाये जाते है। यह हमारे शरीर को कई सारे रोगों से बचाने में मदद करते है। यहां पर यह भी जानना जरूरी होगा कि एंजाइम्स क्‍या होते हैं और इसका महत्‍व हमारे शरीर के लिए कितना है? एंजाइम्स के बिना हम सांस द्वारा ली गई ऑक्सीजन तक का उपयोग नहीं कर सकते, क्योंकि ये एंजाइम्स ही हमारे शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाते हैं। एंजाइम्स के न होने से न खाना पचेगा और न ही शरीर का विकास होगा, क्योंकि एंजाइम्स के न होने पर कभी-कभी इसका नतीजा इतना भयावह हो सकता है कि व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है। जरा से एंजाइम्स शरीर में पहुंच कर संजीवनी बूटी की तरह काम करने लगते हैं।
 
दूसरी समझने योग्य बात: अंकुरित आहार प्रोटीन, विटामिन ए, सी, डी, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, मैगनीशियम, आयरन, जैसे खनिज लवणों का बेहतर स्रोत होते है। जो शरीर के लिये अनिवार्य होते हैं।
 
तीसरी समझने योग्य बात: अनाज जब अंकुरित हो जाते हैं तो स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमेंद और पौष्टिक हो जाते है। किस भी अनाज, पीनट या दाल को पानी में भिगों कर रखते है तो इसके एंटी न्यूट्रिएंट्स (Anti Nutrients) खत्म हो जाते है, जिसकी वजह से ये आसानी से पच जाते है। अंकुरित होने पर अन्न में मौजूद प्रोटीन सुपाच्य प्रोटीन में परिवर्तित हो जाता है। जब अनाज अंकुरित होते है तो उसमें प्रोटीन की मात्रा एवं गुणवत्ता भी बढ़ जाती है।
 
चौथी समझने योग्य बात: जिस किसी भी अनाज को अंकुरित करके खाना हो सबसे पहले उसे अंकुरित करने के लिए कम से कम 12 घंटे पानी में भिगोकर रखें, उसके बाद, उसे छानकर कपड़े में बांध लें और फिर इसमें अंकुरण फूटने के बाद इसका सेवन करेंगे तो ही, इसका भरपूर लोगा।
 
पांचवीं समझने योग्य बात: अंकुरित अनाज का सेवन करने के फायदे अकल्पनीय हैं। जिनका विवरण बिंदुवार नीचे दिया गया है।
 
1. पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है: सर्वविदित है कि अंकुरित अनाज में एंजाइम्स और फाइबर बहुत अच्छी मात्रा में पाये जाते हैं, जो हमारी चयापचय प्रक्रियाओं चयापचय प्रक्रियाओं (Metabolic Processes) में वृद्धि करने और शरीर के भीतर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, खासकर जब यह हमारे खाये हुए भोजन को अच्छी तरह से तोड़ कर छोटे-छोटे टुकड़े में विभाजित कर देते हैं। जिसे हमारा पाचन-तंत्र आसानी से सोख लेता हैं। यह रेशेदार होते हैं, इसलिये आसानी से पच जाते हैं। अनुभव प्रमाणित करता है कि अंकुरित काबुली चने फाइबर और मिनरल्स से भरपूर होते है। जो हमारे पाचन-तंत्र को मजबूत करते है। यह हमारे पेट की गैस और कब्ज जैसी समस्याओं का समाधान करते हैं।
 
2. ऊर्जा के अच्छे स्रोत: अंकुरित अनाजों में प्रोटीन, विटामिन के साथ-साथ अनेक पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते है। अंकुरित अनाजों में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पायी है, जिसके कारण जो लोग शरीरिक श्रम या व्यायाम करते हैं या जिम जाते हैं, उनके लिए अंकुरित अनाज प्रोटीन की कमी को पूरा करते हैं और शरीर को फिट और स्वस्थ बनाते हैं।
 
3. हृदय रक्षक: हम सभी जानते हैं कि अंकुरित अनाज में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स के अलावा ओमेगा 3 फैटी एसिड भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हमारे हृदय को स्वस्थ बनाये रखने के लिए बहुत लाभकारी होता है और इसी वजह से यह हृदय की गति को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यदि हम प्रतिदिन अंकुरित काले चने या काबुली चने का सेवन करेंगे तो हमारे शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल धीरे धीरे कम होने लगेगा और हृदय रोगों का खतरा कम होता जायेगा। जिससे हृदय की रक्षा होगी।
 
4. वजन घटाना: बिना शारीरिक व्यायाम के वजन कम नहीं किया जा सकता, मगर व्यायाम अर्थात एक्सरसाइज के साथ-साथ एक अच्छी सुपाच्य एवं पोष्टिक नाश्ते भी जरुरत होती है। जिसके लिये अंकुरित अनाज को श्रृेष्ट माना गया है। यह वजन को कम करने और, या वजन को संतुलित बनाये रखने में सहायक है। आजकल वजन कम करने के लिए अंकुरित अनाज को सुपरफूड की श्रेणी में रखा गया है। अंकुरित अनाज में फाइबर काफी मात्रा में होती है और कैलोरीज भी बहुत ही कम होती हैं। इस कारण इसे खाने से हमारा पेट भरा हुआ रहता है और ज्यादा भूख नहीं लगती है। जिससे भोजन कम खाने में आता है। अत: यदि हम नाश्ते में अंकुरित अनाज का सेवन करते हैं तो भर जायेगा और भूख नहीं लगेगी। जिससे कम भोजन खायंगे और वजन भी कम होता जायेगा।
 
5. रक्त की सफाई: रक्त में विषैले तत्वों (Toxic Elements) के जमा होने से रक्त दूषित हो जाता है। जो अनेक बीमारियों का कारण बनता है। जबकि अंकुरित अनाज शरीर से विषैले तत्वों विषैले तत्वों (Toxic Elements) को बाहर निकाल कर रक्त को साफ करने में मदद करता है। इसके साथ-साथ अंकुरित अनाज रक्त की शुद्धि करने में भी सहायक सिद्ध होते हैं। इसलिये कहा जाता है कि यदि स्वस्थ रहना है तो नाश्ते में अंकुरित अनाज खाने की आदत डालें। इसके लिये मौसम के अनुसार हम काबुली चने, काले चने, मूंग, मोठ, पीनट (Peanut) यानी मूंगफली, काली मसूर, सूखे मटर आदि को अंकुरित करके नियमित रूप से नाश्ते में सेवन कर सकते हैं।
 
6. आँखों की रक्षा: सर्वविदित है कि आँखों के स्वास्थ के लिए विटामिन ए ज़रुरी होता है। यह हमारी आँखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करता है। अंकुरित अनाज एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन ए से भरपूर होते हैं। जो आंखों की कोशिकाओं को मुक्त कणों से बचाने के लिए एक एंटीऑक्सिडेंट एजेंट अर्थात रक्षक के रूप में कार्य करता है। यदि हम आँखों की रौशनी बढ़ाना चाहते हैं तो हमें नियमित रूप से अंकुरित अनाज का सेवन करना चाहिये।

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