पादने से जानें कि क्या आप का पाचन-तंत्र बीमार है?

 

पादने से जानें कि क्या आप का पाचन-तंत्र बीमार है?
यदि हां तो पता कैसे चलेगा?

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किसी भी कारण से जब खाया हुआ भोजन मल में परिवर्तित होकर बाहर नहीं निकले और मल मलाशय में पड़ा रहे तो गैस बनेगी ही बनेगी।

यदि मल अधिक समय तक तक पड़ा रहेगा तो उसका मलाशय में सड़ना भी तय है और जब सड़ेगा तो दुर्गंधित गैस बनेगी ही बनेगी। यही वजह है कि पेट ख़राब होने दुर्गंधित गैस पास होती है।
मगर ऐसा होता क्यों है?

सरल और सीधा जवाब है कि जिनका पाचन तंत्र कमजोर और, या खराब होता है, उनका भोजन ठीक से पचता नहीं। जिनका भोजन ठीक से पचता नहीं, उनके पेट का आंतरिक सिस्टम मल को सुखा देता है या बहुत ढीला कर देता है या मल अंदर चिपट जाता है।

इन स्थितियों में कुछ लोगों को बार-बार मलत्याग हेतु जाना पड़ता है, लेकिन उन्हें खुलकर मलत्याग नहीं होता। जबकि कुछ लोगों का मलाशय मल को धकेलने की स्थिति में नहीं रह जाता है। इस कारण मलाशय मल से भरा हुआ सड़ता रहता है। जो पाद के रूप से दुर्गंध बिखेर कर बताता है कि आपका पाचन-तंत्र खराब हो चुका है। खतरे की घंटी बज चुकी है। इसको ठीक करवाने पर ध्यान दिया जाये।

बावजूद इसके अपनी हेल्थ के प्रति बेपरवाह/लापरवाह लोग खुद तो सड़ते ही रहते हैं, दूसरों को भी सड़ाते रहते हैं, लेकिन अपने पाचन-तंत्र के खतरनाक संकेतों पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे लोगों को बहुत जल्दी बवासीर, अल्सर, गुदाभ्रंश, भगंदर, आदि का सामना करना पड़ सकता है।

दुर्गंधित पाद के जरिये संक्षेप में बीमार पाचन-तंत्र को समझने के लिये इतना ही काफी है। जोहार यानी प्रकृति मां की जय हो।

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आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा-8561955619, काउंसलर, होम्योपैथ एवं परम्परागत उपचारक तथा संचालक निरोगधाम, जयपुर, राजस्थान। 09.01.2021

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