मैं ट्यूटर पर भी उपलब्ध हूं।

मैं ट्यूटर पर भी उपलब्ध हूं। आपका स्वागत है।
नाइंसाफी के समक्ष अकेले-अकेल कब तक सिसकते रहोगे?
बोलोगे नहीं तो कोई सुनेगा कैसे? लिखोगे नहीं तो कोई पढेगा कैसे?
पूर्वाग्रह एवं संकीर्णता से मुक्त-मकसद मेरा साफ! सभी के साथ इंसाफ!
जय भारत! जय संविधान! नर-नारी, सब एक समान!
मैं ज्ञानी नहीं, विद्यार्थी हूं।
भूल होना लाजिमी है! कृपया सहयोग करें।
आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा
9875066111, जयपुर, राजस्थान, 12.12.19
https://twitter.com/DrNirankush

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